किसानों को मिलेंगे अच्छी क्वालिटी के बीज, सरकार लॉन्च करेगी सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम,खुशखबरी!
Seed Traceability System: किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार जल्द ही सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम (Seed Traceability System) लॉन्च करेगी. इससे सीड ट्रेड सेक्टर में गलत काम करने वालों पर लगाम लगेगी.
Seed Traceability System: केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं. इस कड़ी में, किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार जल्द ही सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम (Seed Traceability System) लॉन्च करेगी. इससे सीड ट्रेड सेक्टर में गलत काम करने वालों पर लगाम लगेगी. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी.
दिल्ली में नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय इंडियन सीड कांग्रेस के दौरान तोमर ने कहा, सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम पर संबंधित पक्षों के सुझाव लिए गए हैं, इसे लॉन्च करने से इसका फायदा किसानों के साथ ही बीज क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले सभी लोगों को मिलेगा और बीज का क्षेत्र ठीक प्रकार से सुनिश्चितता से काम करने की ओर अग्रसर होगा.
डेढ़ हजार कानून खत्म किए:-
सीड सेक्टर को सुचारू रूप से संचालित करने में जो कोई भी बाधाएं आती है तो सरकार इस संबंध में पूरी तरह गंभीर है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली यह पहली ऐसी सरकार है, जिसने देश की आजादी के 75 वर्षों के दौरान अप्रासंगिक हो चुके कानूनों को खत्म किया है, ताकि किसी संस्था या व्यक्ति के खिलाफ इनका दुरूपयोग नहीं हो सकें.
सीड इंडस्ट्रीज के लिए रोडमैप बनाने की जरूरत:-
तोमर ने कहा कि हमारा कृषि क्षेत्र समृद्ध है व अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. कृषि में भारत अग्रणी स्थिति में है, फिर भी आयात घटाते हुए तिलहन, कपास जैसे जिन कुछ क्षेत्रों में हमें आत्मनिर्भर होना बाकी है, उनमें देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीड सेक्टर के हितधारक भी अपना योगदान दें. इस दिशा में सीड इंडस्ट्रीज को रोडमैप बनाकर उस पर काम करने की जरूरत है. तोमर ने कहा कि आने वाला कल भारत के लिए बहुत ही शुभंकर है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) के माध्यम से भारत ने अपने कदम तेजी से आगे बढ़ाएं है, वहीं पीएम गति शक्ति कार्यक्रम (PM Gati Shakti program) आने वाले कल में विकसित भारत की बुनियाद मजबूत करने वाला है. हम सब जो कृषि के क्षेत्र में कार्यरत है, उनकी यह जिम्मेदारी है कि वर्ष 2050 तक बढ़ने वाली आबादी को ध्यान में रखते हुए, देश-दुनिया की अपेक्षित आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए तैयार रहें, साथ ही जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना एवं समाधान करते हुए देश को अग्रणी अवस्था में लाएं, यह भी हम सब के रोडमैप में शामिल होना चाहिए.
तोमर ने कृषि क्षेत्र की निरंतर प्रगति में बीज क्षेत्र के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि बीज ही सृष्टि है, बीज का विकास ही सृष्टि का विकास है. क्षेत्र कोई भी हो, लेकिन बीज का महत्व है, बीज की गुणवत्ता निश्चित रूप से किसी भी क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्व रखती है. कृषि के क्षेत्र में बीज की गुणवत्ता, उसका विकास, संख्यात्मक रूप से बढ़ना, किसानों के द्वारा उपयोग करना और मनुष्यों के द्वारा उपभोग करना, यह एक बड़ी यात्रा है, इस यात्रा में जो लोग सहभागी है, वो अपना व्यवसाय तो कर रहे हैं लेकिन साथ ही इस क्षेत्र के प्रति उनकी मानवीय जिम्मेदारी भी बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे सभी को गंभीरता से लेना चाहिए. तोमर ने जलवायु के अनुरूप एवं बायोफोर्टिफाइड किस्मों के साथ ही बीजों की अन्य अच्छी किस्में विकसित करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) से जुड़े सभी संस्थानों के वैज्ञानिकों के योगदान की भी सराहना की.
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